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पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास बादल फटने से मची तबाही, 30 घर क्षतिग्रस्त, कई जमींदोज, एक महिला की मौत

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा के पास बीती रात लगभग 1 बजे बादल फट गया. जानकारी के मुताबिक बादल फटने से धारचूला के खोटीला गांव में सबसे ज्यादा तबाही हुई. ग्वाल गांव और धारचूला मल्ली बाजार में घरों में पानी घुस गया. रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.

पिथौरागढ़ में भारत नेपाल बॉर्डर के पास फटा बादल (फोटो ANI) पिथौरागढ़ में भारत नेपाल बॉर्डर के पास फटा बादल (फोटो ANI)
राकेश पंत
  • पिथौरागढ़,
  • 10 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:09 PM IST

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा के पास बीती रात लगभग 1 बजे बादल फट गया. इस आपदा में बड़ी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है. डीएम ने एएनआई को बताया कि बादल फटने से करीब 30 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि एक महिला की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक बादल फटने से धारचूला के खोतिला गांव में सबसे ज्यादा तबाही हुई. ग्वाल गांव और धारचूला मल्ली बाजार में घरों में पानी घुस गया. बादल फटने से काली नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि कई घर जमीदोंज हो गए हैं. वहीं लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू कर दिया गया है.

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चिरबटिया में फटा बादल, ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे बंद

उत्तराखंड में टिहरी के मूलगढ़ इलाके में 24 अगस्त को बादल फट गया था. इससे नरेन्द्रनगर के पास मलबा और बोल्डर आने से ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे बंद हो गया था. हालांकि बादल फटने से जनहानि नहीं की कोई सूचना नहीं आई थी. चार दिन बाद हाईवे खोला जा सका था. बादल फटने से खेतों को बहुत नुकसान हुआ था. 

देहरादून के रायपुर में 20 अगस्त को फटा था बादल

पिछले महीने 20 अगस्त को उत्तराखंड में देहरादून जिले के रायपुर ब्लॉक में बादल फट गया था. इस आपदा में सरखेत गांव को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था.  गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. मालदेवता पर बना पुल भी बह गया था. कई जगहों पर सड़कें टूटने और घरों में पानी घुस गया था.
 

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