
उत्तराखंड में बीते दिनों सामने आए लव जिहाद के मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. बताया जा रहा है कि प्रदेश में पिछले 3 महीने में 46 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं. हिमाचल प्रदेश से लगा पछवा दून विकासनगर, उत्तरकाशी, गौचर, हरिद्वार, डोईवाला और देहरादून शहर में ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं.
अब तक अतिक्रमण से निपट रही धामी सरकार के लिए अब लव जिहाद नई चुनौती बन गई है. इसको देखते हुए शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हाई प्रोफाइल बैठक बुलाई. इसमें डीजीपी समेत सरकार के आला अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक खत्म होने के बाद सीएम ने कहा कि सरकार की तरफ से इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. उत्तराखंड शांति प्रिय प्रदेश है. इसे सॉफ्ट टारगेट नहीं बनने देंगे. कहा कि डेमोग्राफिक बदलाव के चलते जो भी लोग इसमें संलिप्त पाए जाएंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. सरकार जल्द ही प्रदेश में सत्यापन अभियान चलाएगी और डेमोग्राफिक बदलावों के सारे आंकड़े एकत्रित करेगी.
'तकनीक का उपयोग करके धर्मांतरण जैसे रैकेट चलाए जा रहे हैं'
सीएम ने कहा कि आज के समय में तकनीक का उपयोग करके धर्मांतरण जैसे रैकेट चलाए जा रहे हैं. इस पर नकेल कसी जाएगी. सरकार लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का काम करेगी. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि 'द केरल स्टोरी' के बाद ज्यादा मामले संज्ञान में आ रहे हैं. क्योंकि नाबालिक लड़कियों के अभिभावक चुप रहने के बजाए अब मामले को लेकर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं.
100 साइबर वारियर्स बनाए जाएंगे- डीजीपी अशोक कुमार
साइबर पुलिस को सशक्त करने की योजना का ऐलान करते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने यह कहा कि पुलिस विभाग में जल्द 100 साइबर वारियर्स बनाए जाएंगे. साथ ही लव जिहाद को रोकने के लिए विभिन्न ऐप्स पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी. वहीं शांति भंग जैसी गतिविधियों को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी मुरुगेशन ने सभी जिलों के एसएसपी को निर्देश दिया है कि इन मामलों से सख्ती से निपटा जाए.