
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत ने की गोली लगने से गुरुवार को मौत हो गई. वह अपनी बैरक में ही मृत अवस्था में मिले. प्रमोद सीएम आवास से राजभवन के बीच बने बैरक में रहते थे. वारदात की जानकारी मिलते ही अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं.
सीएम की सुरक्षा में तैनात कमांडो की संदिग्ध मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इस घटना पर एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया है कि प्रमोद रावत पौड़ी गढ़वाल के अगरोड़ा के काफलस्यू के रहने वाले थे. एसएसपी ने आगे कहा है कि घटना के बाद उनके परिवार को सूचना दे दी गई है. परिवार के कुछ लोग मौके पर पहुंचे हैं.
छुट्टी ना मिलने पर सुसाइड की बात खारिज की
प्रमोद को छुट्टी ना मिलने की बात कही जा रही थी, लेकिन एसएसपी ने आत्महत्या के पीछे इस कारण को सीधे तौर पर नकार दिया. उन्होंने कहा है कि हो सकता है कि राइफल साफ करते समय गोली चल गई हो. एसएसपी ने बताया तमाम पहलुओं को लेकर जांच की जा रही है.
एक्सीडेंटल डेथ का भी हो सकता है मामला: ADG
इस पूरे मामले पर जानकारी साझा करते हुए एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही लग पाएगा. हालांकि, उन्होंने यह आशंका जताई है कि ये आत्महत्या के अलावा एक्सीडेंटल डेथ का मामला भी हो सकता है. यानी कमांडो को गोली कैसे लगी लगी, इसकी जांच जारी है. छुट्टी का बात पर उन्होंने कहा कि कमांडो ने 16 जून से छुट्टी मांगी थी, जिसे अभी काफी समय बाकी था.