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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा है कि चार धाम यात्रा (Char dham yatra) पर आने वाले लोगों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. साथ ही राज्य में असामाजिक तत्वों के वेरिफिकेशन के लिए एक मुहिम चलाई जाएगी ताकि माहौल खराब न हो.
मंगलवार को चार धाम यात्रा के दौरान लोगों का वेरिफिकेशन के बारे में बोलते हुए पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा प्रदेश शांत प्रदेश है और सरकार चारधाम यात्रा को लेकर तैयार है. सीएम ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि बाहर से चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड आने वाले लोगों को उचित सत्यापन से गुजरना होगा ताकि शांति के लिए खतरा पैदा करने वाले राज्य में प्रवेश न करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा के दौरान प्रदेश में ऐसे किसी भी व्यक्ति का प्रवेश नहीं होना चाहिए, जिससे हमारी धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचे. CM धामी ने कहा कि हम यह देखने के लिए एक अभियान चलाएंगे कि बाहर से तीर्थ यात्रा के लिए आने वालों का उचित सत्यापन हो और जिनके पास यह नहीं है, वे अपना सत्यापन करवाएं.
कानून व्यवस्था को लेकर दिए सख्त निर्देश
सीएम धामी ने कानून व्यवस्था को लेकर भी सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं. सीएम धामी ने कहा, उत्तराखंड धर्म और संस्कृति का केंद्र है, यहां पर अतिक्रमण के लिए कोई स्थान नहीं है. सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है. धार्मिक उन्माद फैलाने और दंगा फसाद करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है ऐसे मामलों की सख्ती से जांच होगी और लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
पहले ही फुल हो चुकी है बुकिंग
जानकारी के लिए बता दें कि चार धाम की यात्रा के लिए बुकिंग पहले ही फुल हो चुकी है. भक्तों के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 03 मई को खुल रहे हैं. जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 06 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 08 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. चार धाम की यात्रा से पहले उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था समेत तमाम इंतजाम की तैयारियां शुरू कर दी हैं.