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भारी बर्फबारी के बीच शीतकाल के लिए बंद किए गए केदारनाथ धाम के कपाट

लगातार हो रही बर्फबारी के चलते मंदिर के द्वार और डोली प्रस्थान में थोड़ा विलंब हुआ है. 18 नवंबर को बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी. बता दें कि बाबा की डोली के साथ हजार भक्त पैदल चल रहे हैं.

 भारी बर्फबारी के बीच बंद हुये केदारनाथ धाम के कपाट भारी बर्फबारी के बीच बंद हुये केदारनाथ धाम के कपाट
प्रवीण सेमवाल
  • केदारनाथ,
  • 16 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 12:33 PM IST
  • केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद
  • केदारनगरी में हो रही है जमकर बर्फबारी

केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. बाबा केदार की डोली केदारनाथ से शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए रवाना हो गई है. बाबा केदार के स्वयम्भू लिंग को 6 माह के लिए समाधि दी गयी. जिस समय कपाट को बंद किया गया उस वक्त बर्फबारी जारी थी.

लगातार हो रही बर्फबारी के चलते मंदिर के द्वार और डोली प्रस्थान में थोड़ा विलंब हुआ है. 18 नवंबर को बाबा की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी. बता दें कि बाबा की डोली के साथ हजार भक्त पैदल चल रहे हैं.

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इस दौरान केदारनाथ में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्य मंत्री धन सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक मौजूद रहे. भारी बर्फबारी के कारण समय पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री वहां से नहीं निकल सके. कपाट बंद होने के साथ ही दोनों मुख्यमंत्रियों को 8.30 बजे बद्रीनाथ के लिए रवाना होना था. लेकिन भारी बर्फबारी के कारण हेलिकॉप्टर से उड़ान नहीं भरी गई. 

बर्फबारी के कारण केदारनगरी सफेद हो गई है. बर्फबारी से धाम में पारा भी गिर गया है. साथ ही गंगोत्री धाम में भी बर्फबारी देखने को मिली. 

बता दें कि उत्तर भारत सहित कई पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया है. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हुई है, जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली समेत कई राज्यों में रविवार शाम बारिश के बाद से तापमान में गिरावट आई है. साथ ही सर्द हवाओं ने मौसम ठंडा कर दिया है.

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