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उत्तराखंड में आग का तांडव, आने वाले कई दिनों तक राहत नहीं

उत्तराखंड में इन दिनों जंगल की आग विकराल रूप धारण कर रही है. पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर आग भड़कने की सूचना है.

उत्तराखंड की आग में लाखों की वन संपदा जल कर खाख हो चुकी है उत्तराखंड की आग में लाखों की वन संपदा जल कर खाख हो चुकी है
aajtak.in
  • देवप्रयाग,
  • 29 मई 2019,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

उत्तराखंड में इन दिनों जंगल की आग विकराल रूप धारण कर रही है. पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर आग भड़कने की सूचना है. पिछले करीब 19 दिनों से राज्य भीषण आग से धधक रहा है. वहीं आने वाले दिनों में भी आग से राहत मिलने की जानकारी नहीं है.

उत्तराखंड में आग ने तांडव मचा रखा है. लाखों की वन संपदा जल कर खाख हो चुकी है. उत्तराखंड में इन दिनों जहां चार धाम यात्रा अपने चरम पर है तो वहीं यात्रा मार्ग के जंगलों में लगी भीषण आग ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. इंसान के साथ ही जंगली जीव-जन्तु भी इस भीषण आग से काफी परेशान हैं. दूसरी ओर वन विभाग की ओर से आग पर काबू पाने के लिए कारगर कोशिश नहीं की जा रही है.

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राज्य में चारों तरफ आग और धुएं ने अपना डेरा जमाया हुआ है. उत्तराखंड में पिछले 19 दिनों से आग ने ऐसा कोहराम मचाया हुआ है कि यात्रा मार्ग में भी काफी परेशानियां आ रही है. वहीं मौसम विभाग ने भी साफ कर दिया है कि तापमान और बढ़ेगा. जिससे आग का खतरा और बढ़ेगा. इसका मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में आग की घटनाओं में और इजाफा हो सकता है.

उत्तराखंड में पहला प्रयाग माने जाने वाले देवप्रयाग की पहाड़ियां भी आग की लपेट से अछूती नहीं है. चार धाम यात्रा मार्ग के जंगल जल रहे हैं. आग लगने से पहाड़ी के दूसरी ओर रहने वाले लगभग 100 से ज्यादा लोग गांव मे ही फंस गए हैं, जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. जब आग बुझेगी तभी वो मुख्य मार्ग तक आने में सक्षम हो पाएंगे.

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साथ ही धुएं की वजह से देखना भी मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोग वन विभाग की लापरवाही से नाराज हैं क्योंकि वन विभाग का कोई भी कर्मचारी वहां आग पर काबू पाने के लिए मौजूद नहीं है.

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