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'हल्द्वानी हिंसा में PFI और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हाथ', BJP सांसद का बड़ा दावा, UP में भी अलर्ट

Haldwani Violence मामले में यूपी के पूर्व डीजीपी और बीजेपी सांसद बृजलाल का बयान आया है. उन्होंने आशंका जताई है कि इस हिंसा में PFI और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हाथ हो सकता है. 

उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा
जितेंद्र बहादुर सिंह/लीला सिंह बिष्ट/अंकित शर्मा
  • हल्द्वानी ,
  • 09 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 12:04 PM IST

उत्तराखंड (Uttarakhand) के हल्द्वानी (Haldwani) में गुरुवार (8 फरवरी) को जमकर हिंसा हुई. अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर भीड़ ने हमला बोल दिया. इस दौरान उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी की गई. जिसमें 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालात काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग करनी पड़ी.

देखते ही देखते हल्द्वानी का बनभूलपुरा इलाका सुलग उठा. देर शाम पैरा मिलिट्री फोर्स बुलाई गई और इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया. अब इस घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और बीजेपी सांसद बृजलाल का बयान आया है. उन्होंने आशंका जताई है कि हल्द्वानी हिंसा (Haldwani  Violence) में PFI और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हाथ हो सकता है. 

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बीजेपी सांसद बृजलाल ने किया बड़ा दावा 

बीजेपी सांसद बृजलाल ने कहा कि हल्द्वानी की जो घटना हुई है, उसमें सुनियोजित तरीके से हिंसा को भड़काया गया है. इसकी एक विस्तृत जांच होनी चाहिए और ऐसी धाराएं लगानी चाहिए कि आरोपियों को जमानत भी ना मिल पाए. PFI जैसे कट्टरवादी संगठन का हाथ इसके पीछे हो सकता है, क्योंकि पूरी तरीके से प्लानिंग के साथ यह घटना की गई है.

पूर्व डीजीपी और बीजेपी सांसद बृजलाल

बृजलाल के मुताबिक, हल्द्वानी में जो बवाल हुआ है उसे पूरी तरीके से प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया गया है. इसके पीछे प्रतिबंधित संगठन PFI और बांग्लादेशी घुसपैठियों का हाथ हो सकता है. उत्तराखंड पुलिस को पुख्ता तरीके से इसकी जांच करनी चाहिए. जांच में जो दोषी पाया जाए उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी धराएं लगाई जाएं. ताकि, उन्हें आसानी से जमानत भी ना मिल पाए.

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यूपी में अलर्ट घोषित 

गौरतलब है कि हल्द्वानी की घटना के बाद यूपी में अलर्ट घोषित किया गया है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने उत्तराखंड से सटे सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए हैं. साथ ही उत्तराखंड से आने वाले वाहनों और लोगों की चेकिंग करने को कहा गया है. 

यह भी पढ़ें: Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा को लेकर यूपी में हाई अलर्ट, उत्तराखंड बॉर्डर पर बढ़ाई गई चेकिंग, सोशल मीडिया पर पुलिस की नजर

डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए और हल्द्वानी मामले को लेकर अफवाह फैलाने वालों और गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाए. उन्होंने बरेली जोन के अफसरों को विशेष सुरक्षा इंतजाम करने को कहा है.  

शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान सभी जिलों में अतिरिक्त मुस्तैदी बरते जाने के साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.  

उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई: CM धामी 

हल्द्वानी मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. 

बकौल सीएम धामी- पुलिस को अराजकतत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है. सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें. 

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यह भी पढ़ें: पुलिस पर पत्थर फेंके, थाना घेरा, वाहनों में लगाई आग... हल्द्वानी में उपद्रव की पूरी Timeline

फिलहाल, बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इंटरनेट और मोबाइल सेवा बंद है. स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं. उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है. इस पूरे बवाल में अब तक दो लोगों की मौत हुई और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हैं. खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी हालात पर नजर बनाए हुए हैं.  

उपद्रवियों ने पुलिस को घेरकर पत्थरबाजी की, पेट्रोल बम फेंके 

दरअसल, गुरुवार शाम साढ़े चार बजे बनभूलपुरा में नगर निगम और पुलिस बल अतिक्रमण स्थल पर पहुंची थी. तभी उग्र भीड़ ने इसका विरोध शुरू कर दिया. कुछ ही देर बाद पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया गया. देखते ही देखते आगजनी के बाद कई वाहन फूंक डाले गए. भीड़ ने थाने को भी आग के हवाले कर दिया. पेट्रोल बम तक फेंके गए. इस हमले में पुलिस के 100 ज्यादा लोग घायल हो गए.

बता दें कि ये सारा बवाल एक मदरसे और नमाज स्थल के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई के बाद हुआ. प्रशासन के मुताबिक, मदरसा अवैध था 30 जनवरी को नगर निगम ने ढहाने का नोटिस दिया था. तीन एकड़ जमीन का कब्जा निगम ने पहले ही ले लिया था. मदरसा और नमाज स्थल भी सील कर दिया गया था. मदरसा चलाने वाली संस्था हाईकोर्ट गई थी लेकिन हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद आज एक बजे अवैध मदरसा ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई. 

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यह भी पढ़ें: हल्द्वानी: सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाए जाने पर मुआवजा दिए जाने से इनकार, रेलवे ने कहा- नहीं है ऐसी कोई नीति

हल्द्वानी के नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है. इसके पास तीन एकड़ जमीन पर नगर निगम ने पूर्व में कब्जा ले लिया था. अवैध मदरसे और नमाज स्थल को सील कर दिया था. अब इसे ध्वस्त कर दिया गया है. कार्रवाई के दौरान पथराव करने वाले अराजक तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है. उनकी गिरफ्तारी की जा रही है.

क्षेत्र में कर्फ्यू के बाद शांति स्थापित करने में कामयाबी मिली है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं. वहीं, हल्द्वानी में धारा 144 लागू कर दी गई है. बनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया गया है. भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. 

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