
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के चलते बड़ी त्रासदी सामने आई है. इस घटना में कई लोगों के मारे जाने की खबर है तो कई लोग अब भी लापता हैं. बचाव कार्य के लिए सेना, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और भारतीय वायुसेना समेत कई सैन्य बल की तैनाती की गई है. रविवार को ग्लेशियर टूटने की घटना सामने आने के बाद आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुट गई थीं. वहीं एयरफोर्स को भी अलर्ट पर रखा गया था.
ग्लेशियर टूटने के बाद कई इलाकों में जलस्तर बढ़ने की खबर आने के बाद एनडीआरएफ और आईएएफ को संयुक्त रूप से बचाव कार्य अभियान का जिम्मा सौंपा गया. इसके बाद आईएएफ की तरफ से तीन हेलिकॉप्टर जिनमें दो Mi-17 और एक ALH ध्रुव को देहरादून में तैनात किया गया. इन पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई.
आईएएफ अधिकारियों की तरफ से शुरुआत में कहा गया कि जरूरत पड़ने पर और विमानों की तैनाती की जाएगी. दोपहर के बाद आईएएफ के जवानों ने एनडीआरएफ की टीम को बचाव कार्य करने में मदद देनी शुरू की. इसी कड़ी में IAF C 130 और An32 एयरक्राफ्ट की मदद के जरिए जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से एनडीआरएफ कर्मचारियों को एयरलिफ्ट किया गया.
60 बचावकर्मियों को किया गया एयरलिफ्ट
आईएएफ ने रविवार की शाम हिंडन से IAF C130 के जरिए 60 बचाव कर्मियों को 5 टन के भार के साथ एयरलिफ्ट किया. इसके बाद एनडीआरएफ की अतिरिक्त आवश्यकता को लेकर एक और C130 और AN 32 विमान की तैनाती हिंडन पर की गई थी. जबकि तीन Mi-17 की तैनाती भी जॉली ग्रांट पर की गई थी. इनकी तैनाती जोशीमठ से एनडीआरएफ की टीम को एयरलिफ्ट करने के लिए की गई थी.
एयरफोर्स ने हवाई सर्वेक्षण के जरिए लिया जायजा
आईएएफ की तरफ से जारी डैमेज रिपोर्ट के मुताबिक धौली गंगा और ऋषि गंगा के संगम पर बने तपोवन हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर डैम पूरी तरह से नष्ट हो गया है. मलारी वैली की शुरुआत में बने दो पुल भी तबाह हो गए हैं. जोशीमठ और तपोवन को जोड़ने वाली मुख्य सड़क सुरक्षित है. तपोवन के कई इलाकों में निर्माण कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. नंदा देवी ग्लेशियर की शुरुआत से पीपलकोटी, चमोली के साथ- साथ धौली गंगा और अलकनंदा में मलबे देखे गए हैं.
बताया जा रहा है कि आज यानी सोमवार को तपोवन में आपदा से जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है, वहां जिला प्रशासन के द्वारा यहां पर हेलिकॉप्टर से राशन के पैकेट गिराए जाएंगे. रविवार को इसके लिए राशन के पैकेट तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया था.