
इंडिया टुडे/आज तक के कार्यक्रम 'INDIA TODAY STATE OF THE STATE: UTTARAKHAND FIRST' में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिरकत की. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से लेकर कई विषयों पर खुलकर चर्चा की. हरीश रावत ने कहा, 2017 का चुनाव उत्तर प्रदेश के साथ था. यूपी में जबरदस्त पोलराइजेशन हुआ. इसके अलावा, दूसरे दलों के वोट बीजेपी के साथ चले गए थे. जबकि 2012 में हम उत्तराखंड में 34 प्रतिशत बहुमत के साथ सत्ता में आए थे. 2022 के चुनाव में भी पोलराइजेशन की कोशिश की. प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री और अन्य बड़े नेताओं ने फ्री राशन से लेकर फ्री चावल तक देने के वादे किए. यहां तक कहा कि हरीश रावत आपको मुस्लिम यूनिवर्सिटी देगा. यह आपको चुनना है कि फ्री राशन-चावल चाहिए या मुस्लिम यूनिवर्सिटी?
हरीश रावत ने कहा, पोलराइजेशन के बावजूद हमारे (कांग्रेस) 5.5 प्रतिशत तक वोट बढ़े. लेकिन वोट कटुआ पार्टी (AAP)को करीब 5 प्रतिशत वोट मिल गए. वरना कुछ और राजनीतिक परिदृश्य होता. यही वजह है कि बीजेपी सत्ता में आ गई. उसके पीछे की वजह प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री का पोलराइजेशन करना है. मेरे दोस्त केजरीवाल की पार्टी AAP ने भी बीजेपी की सरकार बनाने में मदद की है.
'हमने वोट प्रतिशत बढ़ाकर दिखाया'
रावत ने आगे पूछा कि असम में क्या हुआ? कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र में क्या हुआ? मध्य प्रदेश में क्या हुआ था? दिल्ली में बैठा हुआ शिकारी पूरी ताकत से धनबल से लेकर बाहुबल तक के साथ लगा है. ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स समेत सारे अपने अस्त्र-शस्त्रों के साथ तोड़ने पर तुल जाएं तो उत्तराखंड छोटा सा राज्य था. इसलिए कुछ दोस्त हमारे पैसे मिलने से चले गए. कुछ सीबीआई के डर से चले गए. लेकिन जो गए, वो हिस्ट्री नहीं बनाते. हिस्ट्री वो बनाते हैं, जो डटे रहते हैं. डटे रहने वाले लोगों ने 2017 में 34 प्रतिशत वोट प्रतिशत को बढ़ाकर दिखाया. कहीं भी कोई भी पॉलिटिकल पार्टी बीजेपी के खिलाफ पुराने वोट प्रतिशत को बनाकर नहीं रख सकी है. 2022 में कहीं बढ़त नहीं हुई. सिर्फ उत्तराखंड में वोट प्रतिशत बढ़ा है.
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'स्थिति रिवर्स होगी.. विपक्ष बनाएगी सरकार'
रावत ने कहा, मोदी जी एंड कंपनी असामान्य स्थिति पैदा करने में मास्टर है. कौन-सा वो जादूगर अपनी जेब से कौन-सा ऐसा कम्युनलाइजेशन करने वाला एक रैबिट निकालकर ले आए, कहा नहीं जा सकता है. 2024 में कांग्रेस उत्तराखंड की पांचों सीटें जीतने जा रही है. I.N.D.I.A गुट को लेकर रावत ने कहा, लोगों के मूड़ में बदलाव देखने को मिल रहा है. मैं देख रहा था कि अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्य मुद्दों पर बोलने से बचा जा रहा था. कहीं ना कहीं वहां भी घबराहट है. मगर, I.N.D.I.A अभी अलायंस के रूप में आएगा... ये हमारा एक डिक्लरेशन है. इसके बाद हम फाइट के लिए वन-टू-वन डिटेल जारी करेंगे. उसके बाद हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाएंगे. 2024 तक अगले ओपेनियन पोल में सारी स्थिति भी आने लगेगी. ये स्थिति पूरी तरह रिवर्स होगी. विपक्षी गुट केंद्र में सरकार बनाने की तरफ जा रहा होगा.
'कांग्रेस ने 2012 में ही 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की बात कही थी'
उन्होंने कहा कि हम कह रहे हैं कि अंबेडकर और गांधी के सिद्धांतों की रक्षा करेंगे. सोशल जस्टिस की बात कर रहे हैं. जाति जनगणना की बात कर रहे हैं, क्या ये निगेटिव एजेंडा है. उन्होंने कहा, मोहब्बत की दुकान एक संदेश है- अहिष्णुता के खिलाफ. वैमस्यपूर्ण भारत के खिलाफ मोहब्बत की दुकान एक अलग आइडिया है. क्या यह निगेटिव एजेंडा है. मोदी ने बहुत कुछ कहा. मोदी ने कहा था कि हर भारतीय के खाते में 15 लाख आ जाएंगे. हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे. कितने लोगों की नौकरियां मिली? किसानों से कहा कि दोगुनी आय कर देंगे. काला धन कितना आया? 5 ट्रिलियन इकॉनोमी की बात है तो हमने 2012 में ही कह दिया था. तब हम 8.5 प्रतिशत की ग्रोथ रेट अचीव कर रहे थे. उस समय डंके की चोट पर कह दिया था कि 2025 से 2027 के बीच भारत 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी वाला देश बन जाएगा. इसमें मोदी जी कौन सा मैजिक करने जा रहे हैं. इतना मैजिक जरूर किया है कि यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में औसम ग्रोथ रेट 8.5 प्रतिशत थी. आज वह ग्रोथ रेट 6.5 प्रतिशत रह गई है. गरीबी और अमीरी का अंतर धरती-आसमान की तरह है.
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'कांग्रेस में सिर्फ मैं ही भूतपूर्व...'
हरीश रावत ने बीजेपी पर तंज कसा और कहा, हम बीजेपी के साथ भूतों का राज्य बनाने के कंपटीशन में खड़े नहीं हो सकते. वो तो तीसरा भी सीएम बदले दे रहे थे. हालांकि डर गए. पिछली बार चौथा मुख्यमंत्री भी हो सकता था. इस बार भी कितने दिन तक खैर मनाएंगे, कोई नहीं जानता. कितने भूतपूर्व मुख्यमंत्री होंगे? जितनी बार बीजेपी आएगी, उतने ही भूतों की लाइन लगा देगी. हमारे यहां सिर्फ एक मैं ही भूतपूर्व हूं. हमारे पास वर्तमान होने की संभावनाएं बहुत हैं.
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