
राजधानी दिल्ली में मॉनसून आने की घोषणा कर दी गई है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. इस वजह से इन सभी इलाकों में घने बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं. घने बादलों के बीच कई इलाकों में रुक-रुककर बारिश हो रही है.
अगले दो दिनों तक होगी भारी बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो तीन दिनों तक हिमालय की तलहटी में मौजूद ज्यादातर इलाकों में झमाझम बारिश देखी जाएगी. उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में ज्यादातर इलाकों में घने बादलों की आवाजाही के बीच रुक-रुककर बारिश होती रहेगी. उत्तराखंड और हिमाचल में ज्यादातर जगहों पर झमाझम बारिश का सिलसिला बना हुआ है. भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका के चलते मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक के लिए चेतावनी जारी कर दी है. ऐसा अनुमान है कि उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, टिहरी, चंपावत, अल्मोड़ा और नैनीताल में कई जगहों पर 12 सेमी या इससे ज्यादा की बारिश होने की आशंका है.
देरी से आया मानसून
बीच में मानसून ने जोर पकड़ा था, तो ऐसा लगा कि 25 जून तक दिल्ली में मानसून पहुंच जाएगा, लेकिन अब मानसून अपने समय से दस दिन की देरी से आया. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 2 जुलाई को बारिश होने की संभावना है. मध्य भारत में अगले कुछ दिन जबरदस्त बारिश होगी.
उत्तराखंड में हालात गंभीर
उत्तराखंड के कई इलाको में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर है. रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ समेत कई इलाकों में बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. सड़क संपर्क टूट जाने के कारण राहत एवं बचाव के काम में भी बाधा आ रही है.
पिछले 24 घंटों में उत्तराखंड में बारिश का ग्राफ
चकराता में 130 मिलीमीटर बारिश
हल्द्वानी में 116 मिलीमीटर बारिश
बनवसा में 137 मिलीमीटर बारिश
धारचुला में 77 मिलीमीटर बारिश
कपकोेट में 78 मिलीमीटर बारिश
द्वाराहाट में 65 मिलीमीटर बारिश
जसपुर में 104 मिलीमीटर बारिश
जखौली में 87.5 मिलीमीटर बारिश
कर्णप्रयाग में 73 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में हालात खराब हैं. सोलन में भू-स्खलन के कारण कई घटनाएं हुईं. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई.
पहले गलत साबित हुई थी मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनने और कमजोर हवाएं दिल्ली और आसपास के इलाकों में नमी को लाने में नाकाम रही हैं, जो इस साल मानसून देर से पहुंचने की मुख्य वजह है. बता दें, दिल्ली में आमतौर पर 27 या 28 जून को मानसून पहुंचता है. इसके पहले मानसून के 29 जून तक पहुंचने की घोषणा की गई थी, जो गलत साबित हुई.