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रामनगर: जिम कॉर्बेट पार्क के बाघों का खौफ, बंदूक की सुरक्षा में स्कूल पहुंच रहे बच्चे

उत्तराखंड के रामनगर में बाघ पिछले कुछ समय में 12 से ज्यादा लोगों को शिकार बना चुके हैं. इसी के चलते लोगों ने अपने बच्चों के स्कूल भेजना बंद कर दिया था. उन्हें डर था कि कहीं बाघ उनके बच्चों पर ही न हमला कर दें. इसी के चलते वन विभान ने बंदूकधारी गार्ड्स को तैनात कर दिया है. ये गार्ड्स बच्चों को घर से स्कूल और स्कूल से घर तक छोड़ते हैं.

वन विभाग ने स्कूल के बच्चों के लिए तैनात किए गार्ड्स. वन विभाग ने स्कूल के बच्चों के लिए तैनात किए गार्ड्स.
aajtak.in
  • रामनगर,
  • 19 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST

उत्तराखंड में रामनगर के फेमस जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को कौन नहीं जानता. दूर-दूर से लोग यहां जंगली जानवरों का दीदार करने आते हैं. यह भारत का सबसे पुराना नेशनल पार्क है. लेकिन यहां रहने वाले कई लोग डर के साए में भी रह रहे हैं. कारण है बाघों द्वारा हो रहे हमले. हमलों के डर से यहां बच्चों को वन विभाग के बंदूकधारी गार्ड्स के साथ स्कूल तक जाना पड़ता है और वापस भी इसी तरह आना पड़ता है.

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दरअसल, बीते दिनों 12 से ज्यादा लोगों को बाघ अपना शिकार बना चुके हैं. रामनगर से लेकर हल्द्वानी तक के जंगलों के आसपास रहने वाले ग्रामीणों के बीच बाघ का इतना खौफ बैठ गया है कि उन्होंने घरों से निकलना ही बंद कर दिया है. लोग बच्चों को स्कूल भी भेजने से कतराने लगे थे. जब इस बात का पता वन विभाग को चला तो उन्होंने इसका उपाय निकाला.

स्कूल जाने और आने के समय वन विभाग ने कुछ गार्ड्स की ड्यूटी बच्चों के लिए लगा दी है. बंदूकधारी गार्ड्स घर से स्कूल तक बच्चों को लेकर आते हैं. फिर वापस भी इसी तरह बच्चों को घर तक छोड़ते हैं. गार्ड्स बंदूक के साथ-साथ डंडे भी अपने साथ रखते हैं. ताकि खतरा महसूस होते ही इनका प्रयोग किया जा सके.

बच्चों ने स्कूल आना कर दिया था बंद
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि कुछ समय से बच्चों ने स्कूल आना बंद कर दिया था. पता लगा कि बाघ के खौफ के कारण बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं. इस बारे में वन विभाग से बात की गई तो उन्होंने स्कूल आने और जाने के समय बंदूकधारी गार्ड्स की ड्यूटी लगा दी. अब सभी बच्चे रेगुलर स्कूल आ रहे हैं.

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(रामनगर से राहुल सिंह दरम्वाल की रिपोर्ट)

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