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मोबाइल गेम का हुआ ऐसा असर, छात्रा ने छोड़ा घर, दो हफ्ते तक घूमती रही

उत्तराखंड के पंतनगर की छात्रा 1 जुलाई से लापता हो गई थी. छात्रा कई शहरों में घूमी और दो सप्ताह बाद घर लौट आई. बताया जा रहा है कि छात्रा मोबाइल गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2' से प्रेरित होकर घर छोड़कर घूमने निकल गई थी.

मोबाइल गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2 (फोटो-brothergames.com) मोबाइल गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2 (फोटो-brothergames.com)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 6:50 PM IST

उत्तराखंड के पंतनगर से एक अजीबोगरीब मामला समाने आया है जहां एक छात्रा ने एक मोबाइल गेम के कारण अपना घर छोड़ दिया. वो दो सप्ताह तक अलग-अलग शहरों की यात्रा करती रही. दो सप्ताह बाद पुलिस के गश्ती दल ने उस लड़की को दिल्ली के कमला मार्केट इलाके में घूमते हुए देखा. लड़की से बातचीत में उसके घर से भागने की बात सामने आई. पुलिस के मुताबिक लड़की वीडियो गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2' से प्रेरित थी.

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समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, उत्तराखंड के पंतनगर की छात्रा 1 जुलाई से लापता हो गई थी. जिसके बाद छात्रा कई शहरों में घूमी और दो सप्ताह बाद घर लौट आई. बताया जा रहा है कि छात्रा मोबाइल गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2' से प्रेरित होकर घर छोड़कर घूमने के लिए चली गई थी.

छात्रा का ये 'साहसिक कार्य' दिल्ली में तब समाप्त हुआ, जब एक पुलिस गश्ती दल ने दिल्ली के कमला मार्केट इलाके में उसे घूमते हुए देखा और उससे उसके ठिकाने के बारे में पूछताछ की. लड़की ने पहले दावा किया कि वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएमएस) में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे अपने भाई से मिलने के लिए यहां आई है, लेकिन बाद में उसने असली कहानी बताई.

पुलिस को उसके पास से कागज का एक टुकड़ा मिला, जिस पर फोन नंबर लिखा हुआ था. उस फोन नंबर की मदद से उसके स्कूल की जानकारी मिली, जहां से पुलिस को पता चला कि वह 17 दिनों से गायब है. पुलिस ने उसके परिवार से संपर्क किया. जिसके बाद उसके परिवार वाले उसे वापस ले जाने के लिए दिल्ली पहुंचे.

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पुलिस अधिकारियों के कहना है कि एक दक्षिण कोरियाई 3डी मोबाइल ड्राइविंग गेम 'टैक्सी ड्राइवर 2' से प्रभावित होकर लड़की ने यह कदम उठाया. गेम में दिखाया जाता है कि खिलाड़ी एक टैक्सी के पहियों के पीछे निकलते हैं और अपने ग्राहकों के साथ एक विशाल महानगर तक दौड़ लगाते हैं. लड़की इसे अपनी मां के मोबाइल फोन पर खेला करती थी.

1 जुलाई को छात्रा ने 14 हजार रुपयों के साथ घर छोड़ा और वह ऋषिकेश, हरिद्वार, उदयपुर, जयपुर, अहमदाबाद और यहां तक कि पुणे की यात्रा तक कर आई. पुलिस ने बताया कि लड़की यूं ही गंतव्यों को चुनती थी और 24 घंटों में सातों दिन इधर-उधर सफर करती रही.

टैक्सी ड्राइवर 2 गेम में कैबी भी इसी प्रकार की हरकत करते हैं. छात्रा ने रात में यात्रा की और दिन के दौरान शहरों में घूमी. हालांकि, उसके परिवार ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. लेकिन लड़की के एक दोस्त से बात करने पर पता चला कि वह एक अंतर्मुखी (जिन्हें अकेले वक्त बिताना पंसद हो) है और अपना अधिकांश समय वीडियो गेम खेलने में बिताती है.

इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज के निदेशक डॉ. निमेश देसाई ने कहा, 'माता-पिता को चाहिए कि वह अंतर्मुखी किशोरों  पर ध्यान दें. ऐसे बच्चों को आभासी दुनिया की तुलना में वास्तविक दुनिया में अधिक एक्सपोजर दिया जाना चाहिए.'

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