
उत्तराखंड में बारिश के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. सोमवार को बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर भारी भूस्खलन हुआ. चमोली के करीब लंगासु में हुए इस भूस्खलन के कारण एनएच-58 को बंद कर दिया गया है.
अभी हाल में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के सरिचामशिल गांव में अचानक बाढ़ आ गई. हालांकि अगस्तमुनि ब्लॉक के सरिचामशिल गांव में बाढ़ से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. गंगोत्री के पास बारिश की वजह से भूस्खलन हो गया जिससे गंगोत्री राजमार्ग कुछ घंटों के लिए बाधित रहा. उत्तरकाशी जिले के पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने कहा कि मजदूरों ने राजमार्ग को साफ कर दिया.
पिछले महीने एक ऐसी ही घटना हुई थी जिसमें मोरी बाजार के चौराहे पर आए सैलाब से अफरातफरी का माहौल बन गया. करीब आधा घंटा तक हुई तेज मूसलाधार बारिश से देखते ही देखते मोरी बाजार की सड़कें नदी में तब्दील हो गईं. दर्जनों घरों और दुकानों में मलबा भर गया. इतना ही नहीं, पानी घरों को फाड़ कर नाले के रूप में निकलने लगा.
तबाही की इस बारिश से पुरोला, उत्तरकांशी, देहरादून, हिमाचल में यातायात ठप्प हो गया. वहीं कई इलाकों में पेड़ और रोड बह जाने से रास्ते जाम हो गए. घर और दुकानों में रखा अनाज, फर्नीचर, पूरी तरह से खराब हो गया. व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है जबकि आफत कम होने का नाम नहीं ले रही है.