
उत्तराखंड के हल्द्वानी में आबकारी विभाग ने एक निजी गोदाम में छापेमारी कर लगभग दो से तीन करोड़ की शराब बरामद की है. सूत्रों से मिली जानकारी के बाद आबकारी विभाग ने हरकत में आकर छापेमारी कर दी.
आबकारी के अधिकारी का कहना है कि यह किसी बड़े शराब माफियाओं का शराब का जखीरा हो सकता है. क्योंकि इसकी अनुमानित कीमत दो से तीन करोड़ की बताई जा रही हैं. हालांकि, आबकारी अधिकारी का कहना है कि लगभग 5000 पेटियां जो शराब पकड़ी गई हैं, अनुमानित कीमत 2 से 3 करोड़ है.लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि इस इलाके में इतनी बड़ी मात्रा मैं अवैध शराब रखी गई थी इसके बावजूद आसपास रहने वाले लोगों को इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी. जो भी शराब माफिया थे उन्होंने बहुत ही शातिर अंदाज से गोदाम में शराब की अवैध खेप को संभाले रखा था.
वहीं इस शराब का जखीरा पकड़े जाने के बाद आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों का मानना है कि और शराब का गोदाम सियासत में पकड़ रखने वाले सफेदपोश नेताओं के करीबी हो सकते हैं. क्योंकि आने वाले चुनाव में भी इसका इस्तेमाल राजनीतिक पार्टियां कर सकती थी.
बता दें कि उत्तराखंड में कुछ समय बाद निकाय चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव भी नजदीक है. हालांकि, अभी तक आबकारी के हाथ उन सफेदपोशों से काफी दूर बताए जा रहे हैं. क्योंकि जो लोग अवैध शराब की खेप को गोदाम में रखे थे. वो कोई छोटी मछली नहीं हो सकती. विभाग का कहना है कि जो भी हो चाहे वो किसी भी राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक रखता हो या फिर किसी भी बड़े राजनीतिक दल से जुड़ा हो निश्चित ही जो भी होगा उसके खिलाफ विभाग कार्रवाही करेगा.
हालांकि, आबकारी की इस कार्रवाई के बाद से स्थानीय पुलिस भी सवालों के घेरे में हैं, मित्र पुलिस कहे जाने वाली उत्तराखंड पुलिस भी कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में खड़ी नजर आ रही है. क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में पकड़ी गई शराब, जिसकी कीमत दो से तीन करोड़ की बताई जा रही है. इतनी भारी मात्रा में शराब रखी गई अवैध शराब कहीं ना कहीं स्थानीय पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा करती है. हालांकि, अभी तक विभाग को शराब माफिया का पता नहीं चल पाया है. लेकिन आबकारी अधिकारी का कहना है कि जिस व्यक्ति का यह गोदाम है. उसी के खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा.