
उत्तराखंड में पहाड़ दरकने का सिलसिला जा रही है. इस बीच सोमवार को पिथौरागढ़ जिले के जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग पर भूस्खलन हो गया. इस कारण रास्ते को बंद कर दिया गया है. फिलहाल, मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है. रास्ते से पत्थरों को हटाने का काम चल रहा है.
रविवार को टिहरी गढ़वाल जिले में ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर बड़ी घटना हुई जिसमें कांवड़ियों को लेकर जा रही गाड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गई. नेशनल हाइवे 94 पर हुए इस हादसे में चार कावड़ियों की मौत हो गई, जबकि कई यात्री घायल हो गए. स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंच गई और घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
गौरतलब है कि बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों से भूस्खलन जारी है. इससे कई जगहों पर सड़कों पर मलबा गिरने से नेशनल हाइवे बंद बंद हो गए हैं. बाद में काफी मशक्कत के बाद उन्हें खोला जा रहा है. पहाड़ी इलाकों में प्रशासन लगातार चेतावनी जारी कर रहा है कि सड़कों पर पूरी सावधानी के साथ उतरें.
अभी हाल में उत्तराखंड में भारी बारिश से तीन लोगों की जान चली गई, जबकि अपने चरम पर हो रही मॉनसूनी बारिश से राजमार्ग बंद रहे और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ. कुछ दिन पहले पिथौरागढ़ जिले के मदकोट क्षेत्र में रात भर हुई बारिश के चलते एक जीप नदी में जा गिरी, जिससे दो युवाओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई. भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ और गंगोत्री को जोड़ने वाली सड़कों के बंद हो जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए.