
उत्तराखण्ड की राजनीति (Uttarakhand Politics) में उथल पुथल और खींचतान का दौर जारी है. जहां बीजेपी कांग्रेस के कई लोगों को अपनी ओर करने में कामयाब रही. तो कांग्रेस भी बीजेपी में सेंध लगाने में कामयाब रही. इसी बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने हरक सिंह रावत से फोन पर बात की है. इस बातचीत के दौरान हरीश सिंह रावत ने कहा कि आपदा में तो सांप-नेवला भी साथ हो ही जाते हैं.
बता दें, बीजेपी में कई ऐसे दिग्गज नेता हैं जो 2016 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे जिनके आने से हरीश रावत की तत्कालीन सरकार गिर गयी थी. अब बीजेपी में कांग्रेस से आये ये नेता यहां भी खुश नही हैं. तो वहीं, कांग्रेस में इनकी वापसी में हरीश रावत बाधा बन कर खड़े हैं और बिना माफी के उनकी वापसी के लिए तैयार नहीं हैं.
पिछले 5 वर्षों में रही कड़वाहट
बीजेपी से कांग्रेस में वापसी की राह में सबसे आगे वन मंत्री हरक सिंह रावत का नाम है. पर हरीश रावत बिना माफी के उनको वापस लेने को तैयार नहीं थे. हरीश रावत और हरक रावत साल 2016 के बाद से ही एक दूसरे के घोर विरोधी रहे हैं. दोनों कभी भी एक दूसरे पर कोई भी जुबानी हमला करने में नहीं चूकते हैं. पर अब हरक सिंह रावत की माफी ने हरीश रावत के तल्ख तेवर को नरम कर दिया है.
कैसे आया ट्विस्ट
घटनाक्रम में तब ट्विस्ट आया जब हरक सिंह रावत ने कैमरे के सामने हरीश रावत को अपना बड़ा भाई मानते हुए कहा कि हरीश भाई, मेरे बड़े भाई हैं. उनके सात खून माफ. वह चाहे मुझे जो बोल दें, मैं बुरा नहीं मानूंगा. उनकी हर बात आशीर्वाद है. बड़े भाई हरीश के चरणों में नतमस्तक हूं.
हरक की माफी का असर
हरक की माफी का असर भी हमें देखने को मिल गया जब रविवार को हरीश रावत ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में जायजा लेने के दौरान हरक सिंह को फोन किया. इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि हरक की माफी के बाद हरीश रावत कुछ नरम पड़े हैं.
सांप और नेवला भी हो जाते हैं एक साथ- हरीश रावत
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के माफी मांगने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बीच चल रही जुबानी जंग लगभग थमती नजर आ रही है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि आपदा के समय सांप और नेवला एक साथ आ जाते है, आप तो मेरे भाई हैं. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है.