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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में फटा बादल, जान माल का नुकसान नहीं

उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. रुद्रप्रयाग के सारी चमसील गांव में गुरुवार सुबह बादल फट गया. बादल फटने से गांव को जोड़ने वाली सड़क, कृषि भूमि और पेयजल लाइनों को नुकसान हुआ है, हालांकि किसी भी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है. मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए हैं.

बादल फटा (फाइल फोटो-IANS) बादल फटा (फाइल फोटो-IANS)
aajtak.in
  • रुद्रप्रयाग,
  • 04 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST

उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. रुद्रप्रयाग के सारी चमसील गांव में गुरुवार सुबह बादल फट गया. बादल फटने से गांव को जोड़ने वाली सड़क, कृषि भूमि और पेयजल लाइनों को नुकसान हुआ है. हालांकि किसी भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए हैं.

इससे पहले 21 जून को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटा था जिसमें एक शख्स की मौत जबकि चार लोग घायल हो गए थे. बादल फटने की यह घटना उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक में हुई है. वहीं 3 जून को भी राज्य के चमोली जिले में भारी बारिश के बाद बादल फटने से एक शख्स की मौत हो गई थी. तब गैरसैण पुलिस थाने के थानाध्यक्ष (एसएचओ) रविंद्र सिंह नेगी ने बताया था कि बदर सिंह चमोली जिले के लामबगड़ इलाके में जंगल में मवेशी चराने गया था. उसी समय बादल फट गया और वह उसकी चपेट में आ गया था.

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पिछले साल उत्तराखंड के चमोली में बादल फट गया था. जोशीमठ मलारी रोड के करीब बादल फट गया था, जिसकी वजह से जबरदस्त नुकसान हुआ था. इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी और 2 लोग लापता हो गए थे. मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल था. रेस्क्यू टीम ने सर्च ऑपरेशन में फंसे हुए लोगों को बचाया था. इस घटना से बीआरओ के वर्कर्स कैंप को भारी नुकसान हुआ था.

बता दें कि 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में ही प्राकृतिक आपदा आई थी. तब बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई थी और पूरे क्षेत्र में पहाड़ों का मलबा, भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई थी.

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