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उत्तराखंड को ब्रांड के रूप में कैसे पेश किया जाए, इसे लेकर क्या है दिग्गजों की राय

इंडिया टुडे/आज तक के कार्यक्रम 'INDIA TODAY STATE OF THE STATE: UTTARAKHAND FIRST'में उत्तराखंड को उद्योग के क्षेत्र में कैसे पुनर्जीवित करे. कैसे उत्तराखंड को ब्रांड के रूप में पेश किया जाए. इसे लेकर कई दिग्गजों ने अपनी राय रखी. साथ ही किन योजनाओं पर काम किया जा रहा है. उसे लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी.

कॉन्क्लेव में बोलते अतिथी कॉन्क्लेव में बोलते अतिथी
aajtak.in
  • देहरादून,
  • 25 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 6:24 PM IST

इंडिया टुडे/आज तक के कार्यक्रम 'INDIA TODAY STATE OF THE STATE: UTTARAKHAND FIRST'में उत्तराखंड को उद्योग के क्षेत्र में कैसे पुनर्जीवित करे. कैसे उत्तराखंड को ब्रांड के रूप में पेश किया जाए. इसे लेकर मुख्यमंत्री के सचिव एवं एमएसएमई एवं निवेश आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि टूरिस्ट के रूप में उत्तराखंड लोगों की पहली पसंद है.

उन्होंने कहा कि 2000 में जब उत्तराखंड बना तब यहां उस समय उद्योगिक ग्रोथ 12.5 प्रतिशत थी. जो अब बढ़कर करीब 46 प्रतिशत हो गई है.  ये एक बड़ी उपलब्धी है. उत्तराखंड आई लगभग सभी कंपनियों ने तेजी से विकास किया हैं. इसके पीछे कई वजह है पहला यहां मजदूरों के लेकर कोई परेशानी नहीं है. दूसरा, यहां क्राइम रेट कम है और यहां इंफ्रास्ट्रक्चर में भी तेजी से काम हुआ है. 

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उद्योगिक क्षेत्र के रूप में भी विकसित करने की कोशिश- विनय

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के निचले हिस्सों में कंपनियां आई है. कई लोग कहते पहाड़ी इलाके में कंपनी नहीं है. वहां पर्यावरण को देखते हुए उद्योग खोलना संभव नहीं है. वहां लोकल प्रोडक्ट को बढ़वा दिया जाना चाहिए. इसलिए वहां ज्यादा से ज्यादा सब्सिडी दी जा रही है. मुख्यमंत्री खुद इस बात पर ध्यान दे रहे हैं. सरकार की पूरी कोशिश है कि उत्तराखंड को पर्यटन के अलावा उद्योगिक क्षेत्र के रूप में भी विकसित किया जाए. 

पॉली हाऊस और छोटे कोल्ड स्टोरेज बनाने का काम जारी

विनय पांडे ने आगे कहा कि मार्केट लिंकेज एक बड़ी समस्या है. यहां ज्यादातर सब्जी और फल का व्यापार किया जाता है. जिन्हें स्टोर करके रखाना मुश्किल है. इसके लिए सरकार ने पॉली हाऊस बनाना चालू कर दिए है. साथ ही छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज को बढ़ने का भी काम किया जा रहा है. रेफ्रिजरेटेड वैन को लाने की भी योजना है जो सब्जी और फल बाजार ले जाए. 
 
ऑटोमोबाइल कंपनियों के निवेश को लेकर विपुल ने कहा 

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ऑटोमोबाइल कंपनियां उत्तराखंड में निवेश करना क्यों पंसद कर रही हैं. इसे लेकर इंडो-जर्मन ब्रेक्स प्राइवेट लिमिटेड प्रबंध निदेशक विपुल दावर ने कहा कि राज्य की इकोनॉमी अच्छी होने के चलते उन्हें यहां बाजार मिल रहा है. राज्य सरकार की अच्छी नीतियों के चलते भी कंपनियां यहां आ रही है. 

कई कारणों की वजह से उत्तराखंड में निवेश करना आसान

वहीं, अरुण राय हनीवेल उत्तराखंड के प्रमुख ने कहा कि यहां बिजली की कीमत कम है.बाकी राज्यों की तुलना में यहां लेबर कॉस्ट भी कम हैं. साथ ही यहां के लोग भी बहुत प्रोडक्टिव है. इस कारण हमने यहां फोकस किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि एक छोटे राज्य के चलते यहां काम करना आसन हैं.खासकर छोटी और मध्यम कंपनियों के लिए.

बिजली की कोई कमी न हो इसे लेकर भी काम कर रहे- पांडे

विनय शंकर पांडे ने बिजली और ट्रासंपोर्ट को लेकर कहा कि बिजली की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. इसका पूरा ध्यान रखके काम किया जा रहा है. इसके लिए  पंप स्टोरेज की दिशा में काम किया जा रहा है. वहीं, पंत नगर में रेलवे के बड़े प्रोजेक्ट का काम चल रहा है. सरकार की तरफ से उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पूरा सहयोग किया जा रहा है.

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