इन मधुर और गौरवशाली यादों के 50 साल पूरा होने की घड़ी हिंदुस्तान में राजनीतिक अस्थिरता के बीच पूरी हुई. 1997 में जिस वक्त देश आजादी की 50वीं सालगिरह मना रहा था, उस वक्त आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और जो सरकार चला रहे थे, उनके बारे में साफ नहीं था कि कब तक वो कुर्सी पर रहेंगे. 1997 के मार्च के आखिर में कांग्रेस ने देवेगौड़ा सरकार से समर्थन वापस ले लिया. इस पर लोकसभा में देवेगौड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष सीताराम केसरी पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री बनने की जल्दबाजी में उन्होंने सरकार गिरा दी. कांग्रेस की फजीहत होने लगी तो दोबारा संयुक्त मोर्चा को समर्थन देने को तैयार हो गई. बस नेता बदलने की शर्त थी. संयुक्त मोर्चा ने इंद्र कुमार गुजराल को अपना नेता चुन लिया. गुजराल से पहले प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव थे. देखिए पूरा वीडियो.....