कॉलेज मतलब उच्च शिक्षा का केंद्र,जहां किताब और कलम से छात्र खुद को और समाज को रोशन करने की तालीम हासिल करते हैं. लेकिन क्या वाकई ऐसा हो रहा है. क्या वाकई कॉलेज और यूनिवर्सिटी इल्म की रोशन से जगमगा रहे हैं या फिर जुर्म का अंधेरा बढ़ रहा है और उन अंधी-अंधेरी गलियों में छात्र खुद को खाक कर रहे हैं. क्यों कैंपस कुरुक्षेत्र बन जाता है. क्यों किताब और कलम की जगह कट्टे और कारतूस ले लेते हैं. कार्यक्रम में हर पहलू को आज हम छुएंगे...लेकिन पहले ये रिपोर्ट देखिए....