जेल से सजा काटकर बाहर आए संजय दत्त ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव-2016 के मंच पर अपना अनुभव साझा किया. संजय ने आजादी का महत्व समझाते हुए कहा कि यह एक ऐसी चीज है, जिसे कोई भी कीमत चुकाकर खरीद नहीं सकता.