दिल्ली को इस कदर रोते-सहमते आपने पहले कभी नहीं देखा होगा. तीन दिन से राजधानी सुलग रही है, आखिर ऐसा क्यों है? दिल्ली को पावर सेंटर कहते हैं. यहां दो सरकारें चलती हैं. यहीं से फैसले होते हैं, यहीं से फरमान जारी होते हैं. फिर ऐसा क्यों हुआ, चूक कहां हो गई? कारें जलती रहीं, गाड़ियां फूंक दी गईं, आसमान में धुआं उठता रहा. ये हाल तब है जब दिल्ली में दो-दो सरकारें हैं. केंद्र की भारी बहुमत वाली सरकार के नाक तले दिल्ली ने ये मंजर देखा. सूबे में 62 सीटों वाली प्रचंड बहुमत की दूसरी पारी खेलने वाली सरकार के सामने झुलसती रही अपनी दिल्ली. देखिए वीडियो.
The death toll in northeast Delhi violence over the citizenship amendment law rose to 22 on Wednesday afternoon, even as Prime Minister Narendra Modi appealed for calm and peace in the national capital. Watch this video.