व्यक्ति केंद्रित और लोकलुभावन घोषनाओं वाली राजनीति के बारे में बात करते हुए हरिवंश ने कहा कि इस वजह से देश का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि इसकी एक झलक हम देख चुके हैं. जब चंद्रशेखर देश के प्रधानमंत्री बने तो उनके वित्त सचिव ने उनसे कहा कि हमारे पास मात्र 21 दिन का विदेशी मुद्रा भंडार है. ऐसे में काम कैसे चलेगा? ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि पहले की सरकारों ने केवल खर्चा किया और देश के सामने जो मुश्किल सवाल थे उससे बचते रहे. तब चंद्रशेखर ने हिम्मत दिखाया और देश का सोना गिरवी रखके देश की साख बचाई. देखिए वीडियो.
Harivansh defends PM Chandrashekhar on selling gold to maintain foreign exchange reserve