वित्त मंत्रालय और आरबीआई ने भले ही किसानों को पुराने नोटों से खाद और बीज खरीदने की राहत दे दी हो लेकिन जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही हैं. कई सहकारी समीतियों में पुराने नोट नहीं लिए जा रहे हैं.