पश्चिम बंगाल में इस बार पहली दफे बांग्लादेश से आए निवासी भी वोट करेंगे. पिछले साल हुए भारत-बांग्लादेश सीमा समझौते के बाद इस बार 10 हजार नए वोटर जुड़ गए हैं. इनके वोट भी सूबे के भाग्य का फैसला करेंगे.