आज पूरा देश रोशनी के पावन पर्व में दिवाली मना रहा है, लेकिन इस मौके पर सलाखों के पीछे तड़प रहा है राम रहीम. उसके साथ साथ हनीप्रीत भी दिवाली के मौके पर अकेलेपन से आंसू बहा रही है. पहली बार ऐसा मौका आया है कि रोशनी के इस त्योहार पर दोनों अलग अलग जेलों में बंद है. जब दोनों डेरा में होते थे तो उनकी दिवाली देखते ही बनती थी. अब सिरसा मुख्यालय का वो जश्न इतिहास बन गया है. कभी डेरा मुख्यालय दिवाली पर रौशनी में सना रहता था. अब उसी डेरे में सन्नाटा पसरा है. अपनी खूबसूरत दिवाली पर इतराने वाले डेरा को मानो अंधेरे ने डंक मार दिया है. डेरा मुख्यालय में सूनापन राज कर रहा है.