लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के करीब चीन की हिमाकत इन दिनों कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है. कभी उनके हेलिकॉप्टर आते हैं तो कभी वो पेंगोंग लेक के पास बोट की संख्या बढ़ाते हैं. हिंदुस्तान हर हिमाकत का बखूबी जवाब दे रहा है. फिलहाल जो तनाव है, उसे दूर करने और सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए सेना प्रमुख एमएम नरवणे लेह पहुंचे और अधिकारियों के साथ अहम मुलाकात की है. जो हालात हैं, उसके मद्देनजर वो लेह में 14 कॉर्प्स मुख्यालय पहुंचे और उत्तरी कमांड के अधिकारियों के साथ चर्चा की. 14 मई को एमएम नरवणे ने बताया था कि सीमा पर तनाव खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य अधिकारियों के स्तर पर बातचीत शुरू हुई थी. ये बातचीत लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत और चीन के फील्ड कमांडरों के बीच उत्तरी लद्दाख में गालवां नाला क्षेत्र में जारी गतिरोध के मद्देनजर चल रही है. भारत इधर कोरोना से जंग में लगा है उधर चीन है कि लगातार तंग कर रहा है. जानकार मानते हैं कि चीन की फितरत ही ऐसी है कि वो चालबाजी का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहता.