राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में दी गयी एक दलील ने पूरे देश में एक ऐसी बहस छेड़ दी है, जिसमें कूदने से खुद को प्रधानमंत्री मोदी भी नहीं रोक सके. एक ऐसी दलील जो अब कांग्रेस के लिए वो दलदल बन गयी है, जिससे बाहर निकलने का रास्ता पार्टी को नहीं सूझ रहा. वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री कभी-कभी बिना कुछ जाने कमेंट कर देते हैं. अमित शाह और पीएम ने कहा कि मैंने सुन्नी वक्फ बोर्ड का प्रतिनिधित्व किया. जबकि मैं कभी सुन्नी वक्फ बोर्ड का वकील नहीं रहा. वहीं राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने आज कहा कि कपिल सिब्बल ने उनकी तथा अन्य मुस्लिम पक्षकारों की राय से मामले की सुनवाई वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद कराने की बात कही थी. देखें पूरी रिपोर्ट..