भक्त, भाव और भगवान... इन तीन शब्दों का आपस में गहरा नाता है. अगर भाव यानि भावनाएं हटा दी जाएं तो भक्त और भगवान के बीच का रिश्ता ही टूट जाएगा. यही वजह है कि कड़ाके की ठंड को देखते हुए काशी के मंदिर में विराजमान भगवान को गर्म कपड़े पहनाए गए. भक्त अपने भगवान को ठंड से बचाने के लिए रजाई और स्वेटर से श्रृंगार कर रहे हैं यानि अब भगवान भी ठंड और शीतलहर की जद में आ गए हैं. वीडियो देखें.