उत्तरकाशी के मोरी के बारिश के बाद पहाड़ी का छोटा-छोटा हिस्सा गिर रहा था. लेकिन, रविवार से हो रही मूसलाधार बारिश से उत्तराखंड के पहाड़ कांपने लगे. जरा सोचिए... अगर कोई इस पहाड़ी से गिरे इस मलबे की चपेट में आता तो क्या होता...अगर कोई बस या कार इसकी चपेट में आती तो कितने लोग जिंदा बचते. रास्ता साफ करने के लिए पहले से मौजूद क्रेन इस भारी-भरकम मलबे की चपेट में आते-आते बची. मलबा क्रेन से सिर्फ कुछ मीटर की दूरी पर गिरा.