आरोपी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित ने आश्रम के नाम पर अधर्म का अंधकूप बनाया हुआ था. ऐसा अंधकूप जिसमें आध्यात्म की आड़ में पाप की पाठशाला चलती थी, ऐसा अंधकूप जिसमें एक बार कोई लड़की गई तो दोबारा उसका अपने परिवार में लौटना लगभग असंभव सा था. लेकिन अब जब बाबा के पाप की कहानियां सामने आ रही हैं तो वीरेंद्र देव के आश्रम के बार वो परिवार इकट्ठा होने लगे हैं, जिनकी बच्चियां वीरेंद्र देव के यहां बंदी हैं.