आतंकवाद का जवाब हमारे जांबाज जवान ही नहीं देश के मासूम भी देने की ताकत रखते हैं. ये बात आज एक बार फिर शहीद कमांडेंट प्रमोद कुमार की 6 साल की बेटी ने दिखा दी. हिंदुस्तान के बच्चे-बच्चे का ये जज्बा आतंकवादी और उनके सरपरस्त भी गौर से देख लें और समझ लें हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ लोगों के जज्बात. ये तस्वीरें उस वक्त की हैं जब शहीद कमांडेंट का पार्थिव शरीर श्रीनगर से उनके घर झारखंड के जामतारा पहुंचा. मासूम बेटी ने पूरी हिम्मत के साथ सलामी दी तो पूरा इलाका शहीद के सम्मान में उमड़ पड़ा.