आजादी की 70वीं सालगिरह पर देश के लिए कुर्बान होने वाले सीआरपीएफ के कमांडेंट प्रमोद कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार को झारखंड के जामतारा में उनके घर लाया गया. तिरंगे में लिपटा शव देख पत्नी और मां उनसे लिपट गए. लेकिन शहादत के जिस जज्बे के साथ कमांडेंट प्रमोद कुमार देश पर कुर्बान हुए उसी जज्बे के साथ उनकी 6 साल की नन्हीं बेटी आरना ने उन्हें आखिरी सलामी दी.