पहली ही बारिश में एक बार फिर मुंबई की पोल खुल गई. हर बार की तरह इस बार भी मुंबई डूब गई. जिंदगी तैरने पर मजबूर हो गई. ये हाल तो तब है जब बारिश ने पहली झांकी दिखाई. अभी तो पूरी बरसात बची है.