मोदी, जल और डिप्लोमेसी में गहरा रिश्ता रहा है. फिर चाहे बात रिश्तों में कड़वाहट कम करने की हो या फिर रिश्तों में मिठास लाने की. डोकलाम की कड़वाहट को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ वुहान के ईस्ट लेक में कूटनीति की नौका को आगे बढ़ाया.