महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं के साथ एक ड्राइवर की भी हत्या कर दी गई. ड्राइवर के परिवार के घर मातम पसरा हुआ है. ड्राइवर नीलेश टेलघाड़े की पत्नी 16 अप्रैल की रात की उस घटना को यादकर सिहर उठती है. नीलेश टेलघाड़े ही गाड़ी चलाकर 2 साधुओं को मुंबई से सूरत ले जा रहे थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से जब हाईवे पर पुलिस ने रोका तो पालघर के गांव के रास्ते निकलने लगे और वहीं दरिंदे भीड़े के हत्थे चढ़ गए. नीलेश की पत्नी की मानें तो 2 साधुओं के साथ दूसरे ड्राइवर को जाना था, लेकिन ऐन मौके पर मेडिकल इमरजेंसी की वजह से जब वो ड्राइवर नहीं गया तो उनके पति को जाना पड़ा. इस परिवार के लिए नीलेश ही इकलौता कमानेवाला शख्स थे. उनके जाने के बाद पूरी जिम्मेदारी पत्नी पूजा पर आ गयी है. निलेश के पांच और सात साल के दो बच्चे हैं. साथ में मां. इस परिवार को सिर्फ इंसाफ का इंतजार है. आजतक से बातचीत में नीलेश की पत्नी पूजा आरोपियों की फांसी की मांग कर रही हैं.
On April 16 when 30-year-old Nilesh Telgade left his home in Mumbai, his plan was to escort two sadhus to Surat where they wanted to attend the cremation of Ramgiri Maharaj. Nilesh had himself been following Ramgiri Maharaj from his childhood days and would often see him travel through his village. So besides escorting the two sadhus, he had also decided to attend the cremation, says his wife Pooja. Speaking to India Today TV, Pooja said, I could not even see my husband's face. They brutally killed him and the two sadhus. They should be hanged till death.