फिक्की के 90 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने सबको बधाई दी. अपने हितों से उठकर साइमन कमीशन के खिलाफ आवाज उठाई गई थी. उस समय भारत का हर नागरिक राष्ट्रीय हित के लिए आगे आया. वैसे ही भारतीय उद्यमियों ने भी देश की सेवा में अपना योगदान दिया. ऐसा ही एक दौर फिर हमारे सामने आया है. इस समय लोगों की आकांक्षाएं जिस स्तर पर है. लोग देश की आंतरिक बुराइयों से और भ्रष्टाचार और कालेधन से परेशान हो चुका है. उसे इससे छुटकारा पाना है. इसलिए आज चाहे कोई राजनीतिक दल हो या फिक्की जैसा कोई संगठन हो. इन्हें चाहिए कि ये अपनी भावी रणनीति केा इस हिसाब से बनाएं.