अयोध्या नाम में अकार, यकार और धकार को क्रमश ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वाचक माना जाता है, इनके किले, टीले और सरोवर पुराणों में दर्ज हैं. यहां के प्रतापी राजा पूजित हुए, 491 साल पुराने विवाद का पटाक्षेप मंदिर के रूप में सुबह की ताज़गी के एहसास से भर देता है. सुप्रीम कोर्ट से अब जब सबसे बड़े और लंबे मुकदमे का फैसला आ चुका है, तो यहां ये जानना भी दिलचस्प है कि रामजन्मभूमि पर पांच सदी के बाद जो मंदिर बनेगा, वो कैसा होगा. राम मंदिर के आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुर से जानें कैसा होगा अयोध्या का भव्य मंदिर. चंद्रकांत के अनुसार- जिस भव्य और दिव्य राम मंदिर का सपना देखा गया है, वो दो मंज़िला होगा, पहली मंज़िल की ऊंचाई 18 फीट और दूसरी मंज़िल की ऊंचाई 15 फीट 9 इंच होगी. बीते 28 वर्षों से राजस्थान, गुजरात, मिर्जापुर और देश के कई हिस्सों से आए कारीगर कार्यशाला में करीब एक लाख घनफुट पत्थरों की तराशी का काम कर चुके हैं. अब देश रामलला को भव्य भवन में विराजमान होते देखेगा. जिसकी कामना पांच सदी से होती रही है.
As the Supreme Court on Saturday prononuced the verdict in age-old Ayodhya title dispute case clearing the way for construction of a Ram temple, Aaj Tak speaks exclusively with the architect of Ram temple. Chandrakant Sompura revealed the inside details of the temple. According to him, it would be a two-storey building. Know mire details in this video.