पिछले कई दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच जलीकट्टू बिल सोमवार यानी 23 जनवरी को तमिलनाडु विधानसभा में रखा गया, जिसपर सदन में पहले चर्चा हुई और फिर बिल को पास कर दिया गया. मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने बिल को विधान सभा में पेश किया.
तमिलनाडु में जलीकट्टू पर लगी रोक हटाने के लिए अध्यादेश लाने के बाद भी लोगों का प्रदर्शन जारी था. चेन्नई के मरीना बीच पर पिछले 6-7 दिनों से जुटे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सोमवार सुबह वहां से जबरन हटा दिया. पुलिस ने पहले उन्हें प्रदर्शन खत्म करने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं मानें, तो पुलिस को बल का इस्तेमाल करना पड़ा. लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं.