देश की आजादी को 71 साल पूरे हो गए और हर साल की तरह इस बार भी हम आजादी के यह पर्व मिलकर मना रहे हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इतने लंबे वक्त बाद भी क्या हम आजाद हो पाए हैं. क्या हमनें जातिगत भेदभाव, लैंगिक असमनता, पक्षपात, भेदभाव से आजादी हासिल कर ली है. अगर नहीं तो हम अब भी आजाद नहीं हो पाए हैं.