जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खान-पान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार हंसी भी स्वस्थ रहने में अहम भूमिका निभाती है. अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो मानसिक तनाव से दूर रह सकते हैं. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे.
> मोनू- टीटू जल्दी उठ, भूकंप आ रहा है,
पूरा घर हिल रहा है.
टीटू - ओए, चुपचाप जाके सो जा,
घर गिरेगा तो हमारा क्या जाएगा,
हम तो किरायेदार हैं.
> पिताजी - पढ़ले बेटा पढ़ले, बड़े होकर क्या करेगा तू?
बेटा - बस चलाऊंगा, फिर अपनी बस लूंगा,
आम के बाग खरीदूंगा,
बीवी को पढ़ाऊंगा, उसे कलेक्टर बनाऊंगा,
आपके नाम पर अस्पताल खोलूंगा.
पिताजी ने चप्पल निकाली और बोले -
तूने आज फिर सूर्यवंशम देखी है.
> पहला कैदी- तुम्हें पुलिस ने क्यों पकड़ा?
दूसरा कैदी- बैंक लूटने के बाद वहीं बैठकर पैसे गिनने लगा तो पुलिस ने पकड़ लिया.
पहला कैदी- वहीं पर पैसे गिनने की क्या जरूरत थी?
दूसरा कैदी- वहां पर लिखा था कि काउंटर छोड़ने से पहले पैसे गिन लें, बाद में बैंक जिम्मेदार नहीं होगा.
> महिला घर में पुराने कागजात देख रही थी,
तभी उसके हाथ में पति का स्कूल रिपोर्ट कार्ड आया.
नंबरों के नीचे चरित्र प्रमाण पत्र पढ़ कर पत्नी अभी तक बेहोश है...
लिखा था - मधुरभाषी एवं शांतिप्रिय छात्र.
>पिता- तू फेल कैसे हो गया?
बेटा- पेपर में सवाल ही ऐसे-ऐसे आए थे, जो मुझे पता नहीं थे.
पिता- फिर तूने उत्तर कैसे लिखे ?
बेटा- मैंने भी उत्तर ऐसे-ऐसे लिखे, जो मास्टर को भी पता नहीं थे.
> महिला घर में पुराने कागजात देख रही थी, तभी उसके हाथ में पति का स्कूल रिपोर्ट कार्ड आया.
नंबरों के नीचे चरित्र प्रमाण पत्र पढ़ कर पत्नी अभी तक बेहोश है...
लिखा था - मधुरभाषी एवं शांतिप्रिय छात्र
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)