Viral Jokes and Chutkule in Hindi: हंसना सेहत के लिए बहुत लाभदायक है. आजकल हर कोई किसी न किसी बीमारी से जूझ रहा है. ऐसे में हंसना स्वास्थ्य के लिए एक औषधि के समान हो सकता है. यही वजह है कि सभी को हंसते मुस्कुराते रहने की सलाह दी जाती है. इन चुटकुलों को पढ़कर आप हंसते-हंसते हो जाएंगे लोटपोट.
बेटा- मुझे शादी नहीं करनी, मुझे सभी औरतों से डर लगता है.
पिता - कर ले बेटा...फिर एक ही औरत से डर लगेगा, बाकी सब अच्छी लगेंगी.
पत्नी - तुम बहुत स्वार्थी हो.
पति - भगवान के वास्ते अब बताओ भी, हुआ क्या है?
पत्नी - जो तुम्हारे लैपटॉप में एक फोल्डर है, तुम उसका नाम Our Documents भी तो रख सकते थे नe.
पति- अब पति ने माइक्रोसॉफ्ट को मोडिफिकेशन के लिए मेल किया है.
आधी रात को एक लड़के ने अपनी गर्लफ्रेंड के घर का दरवाजा खटखटाया...
ममता- कौन है?
लड़का- मैं हूं?
ममता- मैं कौन?
लड़का अरे बेवकूफ, तू ममता और कौन.
भोलू की दीवार घड़ी बंद हो गई.
जब भोलू ने घड़ी को खोल कर देखा,
तो उसमें एक मच्छर मरा हुआ मिला.
भोलू बोला – अब समझ में आया,
घड़ी चलेगी कैसे, इसका तो ड्राइवर ही
मर गया है.
शौंटी- पंडित जी, किसी सुंदर लड़की का हाथ पाने के लिए क्या करूं?
पंडित जी- किसी मॉल के बाहर मेहंदी लगाने का काम शुरू कर दे.
एक कंजूस अपने बेटे को पीट रहा था.
पड़ोसी- क्यों पीट रहे हो बच्चे को?
कंजूस- मैंने इसको कहा कि 1-1 सीढ़ी छोड़कर चढ़, चप्पल कम घिसेगी.
नालायक 2-2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा,पाजामा फाड़ लिया.
सुबह एक महिला फल वाले से अंग्रेजी में फल मांगते हुए बोली-
Give me some destroyed husband.
एक घंटा लगा यह समझने में कि वह नाशपाती मांग रही थी.
एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट छत पर खड़ा था.
तभी एक पड़ोसी- तो बेटा अब आगे क्या सोचा है?
स्टूडेंट- बस अंकल, टंकी भरते ही, मोटर बंद कर दूंगा.
दुकानदार- कैसा सूट दिखाऊं ?
महिला- भैया, ऐसा सूट दिखाओ कि पड़ोसन तड़प-तड़प कर दम तोड़ दे ऐसा.
पापा- पढ़ले बेटा पढ़ले, बाद में तो ऐश हैं.
बच्चा- पागल मत बनाओ पापा, अभिषेक बच्चन ने शादी कर ली है.
तो अब पढ़कर क्या ही फायदा.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)