jokes: कई बार खुलकर हंसना भी जरूरी है. खुलकर हंसना हमारा हो पाता है चुटकुलों से, कई बार ये चुटकुले हम पढ़ते हैं तो कई बार हमारे और आपके दोस्त सुनाते हैं . ऐसे ही कुछ खास चुटकुलें आपके बीच पेश कर रहे हैं.
पति - आज खाना क्यों नहीं बनाया?
पति - जीजा जी, मैं गिर गई थी और लग गई
जीजा जी- कहां गिर गई थी साली जी और क्या लग गई थी आपको?
पत्नी - जीजा जी, तकिये पर गिर गई थी
और नींद लग गई थी.
पत्नी- तुम शराब में बहुत पैसे बरबाद करते हो, अब बंद करो
चिंटू- और तुम ब्यूटी पार्लर में 5000 का कबाड़ा करके आती हो उसका क्या
पत्नी- वो तो मैं तुम्हें सुंदर लगूं इसलिए...
चिंटू- पगली तो में भी तो इसलिये पीता हूं कि तू मुझे सुंदर लगे।
टीचर- न्यूटन का नियम बताओ.
स्टूडेंट- सर पूरी लाइन तो याद नहीं, लास्ट की याद है.
टीचर- चलो लास्ट की ही सुनाओ।
स्टूडेंट- .......और इसे ही न्यूटन का नियम कहते हैं.
मायके से पत्नी फोन पर - आपके बिना जी नहीं लगता...!
पति - अरे पगली, जी नहीं लगता तो स्टार या सोनी गोल्ड लगा कर देख ले, वो भी अच्छे चैनल हैं...!
अध्यापक ने एक छात्र से पूछा - बताओ, शाहजहां कौन था...?
छात्र- जी, वह एक मजदूर था...!
अध्यापक- कैसे...?
छात्र- आपने ही तो कहा था कि शाहजहां ने कई इमारतों का निर्माण किया था...!
ससुर - मेरी बेटी का ख्याल रखना,
इसकी आंखों में आंसू ना आने पाए।
दामाद - ठीक है प्याज मैं काट दूंगा,
पर बर्तन तो इसे ही मांजने पड़ेंगे।
करवा चौथ के अवसर पर दुकान की पिंकी ने सभी चूड़ियां देखी ली...
पिंकी- सामने वाले डिब्बे में क्या है?
दुकानदार- बहन, रहम कर थोड़ा, उसमें मेरा लंच है।
एक बाबा किसी महफ़िल में गए वहां सब उनका मजाक उड़ाने लगे
बाबा ने कहा देखो हम फ़क़ीर लोग हैं हमारा मज़ाक न उड़ाए
लोग खूब हंसे. अचानक उन सबको दिखना बंद हो गया. वे अंधे हो गए
वो सब बाबा के कदमों में गिर गए बाबा जी हमें माफ़ कर दो.
बाबा ने जूता उतारा और सबके एक-एक मारा और बोले
सालों लाइट चली गई कोई जेनरेटर ऑन करो मुझे भी दिखाई नहीं दे रहा है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल नहीं है).