jokes: डॉक्टरों के मुताबिक, ठहाके लगाकर हंसने से एंडोर्फिन हार्मोंस का स्राव होने लगता है. इन हार्मोंस से मस्तिष्क में ऐसे भाव आते हैं कि हम पूरी तरह से स्वस्थ-खुशहाल हैं. इससे तनाव, चिंता और उदासी जैसी परेशानियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. इसलिए रोजाना 30 से 35 मिनट तक जरूर हंसे. यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स जो हंसने में आपकी मदद करेंगे.
टीचर ने परीक्षा में चार पृष्ठों का निबन्ध लिखने को दिया..
विषय था ‘आलस्य क्या है?’
एक ब्च्चे ने तीन पृष्ठों को खाली छोड़ दिया और चौथे पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा…
"यही आलस्य है!!"
सुबह-सुबह पत्नी नींद से उठते ही बोली, "अजी सुनते हो?"
पति- बोलो! क्या हुआ?
पत्नी - मुझे सपना आया कि आप मेरे लिए हीरों का हार लेकर आए हो.
पति- ठीक है, तो वापिस सो जाओ और पहन लों."
सोनू ने एयरटेल के ऑफिस में फोन किया
सोनू - मेरे फोन का बिल बहुत ज्यादा आया है
इतनी तो मैंने बात भी नहीं की है
मोनू (एयरटेल से)- अच्छा आपका प्लान क्या है?
सोनू - अभी तो मार्किट आया हुआ हूं
शाम को दारू पिऊंगा…आप अपना बताइये
रोहन - क्या हुआ क्यों उदास बैठे हो?
मोहन - कल एक न्यूज चैनल के एंकर ने कहा था.
आइए हम आपको गोवा लेकर चलते हैं.
तभी से तैयार बैठा हूं, कोई आया ही नहीं.
ट्रेन में लिखा था, 'बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री होशियार!
उसी ट्रेन में चिंटू भी जा रहा था.
उसने ये लाइन पढ़ी और बोला- वाह, जो टिकट न खरीदें वो होशियार
हमने जो खरीद के रखी है तो हम बेवकूफ हैं क्या?
जंगल में परेड के दौरान शेर ने आदेश दिया..
"सभी जानवर एक लाइन में सीधा चलें, किसी ने उछल-कूद की तो जान से मार दूँगा"
मेंढक:- "वाट लग गई।"
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल नहीं है).