
> पापा- तेरा रिजल्ट आ गया, पास हुआ या फेल?
बेटा- प्रिंसिपल का बेटा फेल हो गया
पापा- तुम?
बेटा- मेजर साहब का बेटा भी फेल हो गया
पापा- और तुम?
बेटा- डॉक्टर साहब का बेटा भी फेल हो गया
पापा गूस्से से- बेवकूफ, मैं तुमसे पूछ रहा हूं
तुम्हारे रिजल्ट का क्या हुआ?
बेटा -तो आप कौन से प्रधानमंत्री हो जो आपका बेटा पास हो जाएगा...
दे चप्पल, दे चप्पल, दे चप्पल.
> मंटू की पत्नी गुस्सा होकर मायके चली जाती है
मंटू अपनी ससुराल में फोन करता है,
उधर से सास की आवाज आती है, कितना बार कहा है तुमसे अब वो तुम्हारे घर नहीं आएगी तो क्यों बार-बार फोन करते हो यहांं
मंटू- कुछ नहीं बस सुनकर अच्छा लगता है...
सास- ठीक है फिर कल से मैं भी साथ में आ जाती हूं एक महीने के लिए
मंटू लाल बेहोश.....
> चाहे कितनी भी अंग्रेजी सीख लो...
लेकिन जब कुत्ता पीछे पड़ जाए तो हट-हट ही करना पड़ता है.
> लड़की - मेरे पापा ने मुझे नया मोबाइल खरीद कर दिया.
लड़का - अरे वाह, कंपनी कौन सी है?
लड़की – लावारिस कंपनी का.
लड़का - अरे अक्ल की अंधी वो लावारिस नहीं LAVA IRIS है.
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> एक खूबसूरत लड़की बस स्टैंड पर खड़ी थी...
एक नौजवान बोला- चांद तो रात में निकलता है, आज दिन में कैसे निकल आया?
लड़की बोली- अरे उल्लू तो रात को बोलता था, आज दिन में कैसे बोल रहा है.
> किसी शादी में पंडित जी ने दूल्हे का हाथ दुल्हन के हाथ में थमा दिया.
एक बच्चा ये देख रहा था, उसने अपने पिता से पूछा -पिताजी दूल्हा और दुल्हन आपस में हाथ क्यों मिला रहे हैं?
पिता ने उत्तर दिया - बेटा, पहलवान अखाड़े में उतरने से पहले हाथ जरूर मिलाते हैं.
> मास्टर जी- 'संगठन में ही शक्ति है' का एक अच्छा सा उदाहरण दो.
छात्र- जेब में एक बीड़ी हो तो टूट जाती है और पूरा बंडल हो तो नहीं टूटता.
अब मास्टर जी के समझ नहीं आ रहा डांटू या तारीफ करूं?
> पत्नी चिल्ला कर बोली- आज शाम को जल्दी घर आ जाना
पति- क्यों कुछ खास है क्या?
पत्नी- मायके से रिश्तेदार आ रहे हैं
पति- मेरा दिमाग मत खाओ, मैं बिजी हूँ, कौन-कौन आ रहा है?
पत्नी- मेरी दोनों छोटी बहनें आ रही हैं
पति खुश होकर- अरे डार्लिंग, तुम्हारे रिश्तेदार मतलब मेरे रिश्तेदार.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... ... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल भी नहीं है.)