Advertisement

Jokes: टीचर ने कहा- पढ़ाई शुरू कर दो... इस पर मोनू का जवाब सुन नहीं रुकेगी हंसी, पढ़ें जोक्स

Hindi jokes: डॉक्टरों के मुताबिक, ठहाके लगाकर हंसने से एंडोर्फिन हार्मोंस का स्राव होने लगता है. इन हार्मोंस से मस्तिष्क में ऐसे भाव आते हैं कि हम पूरी तरह से स्वस्थ-खुशहाल हैं. इससे तनाव, चिंता और उदासी जैसी परेशानियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. इसलिए रोजाना 30 से 35 मिनट तक जरूर हंसें.

Jokes in hindi Jokes in hindi
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:29 PM IST

Jokes: बचपन में जब हम दुखी होते थे तो हमारे बड़े-बुजुर्ग हंसने के लिए जोक सुनते थे. दरअसल, हंसना किसी औषधि से कम नहीं माना जाता है. हंसने से चिंता और तनाव छूमंतर हो जाते हैं. इसके अलावा, हृदय भी सेहतमंद रहता है. खुलकर हंसने से तनाव, चिंता की परेशानी से जूझ रहे मरीज भी जल्दी ठीक हो जाते हैं. इसलिए रोजाना 30 से 35 मिनट तक जरूर हंसे. यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स जो हंसने में आपकी मदद करेंगे.  

Advertisement

मास्टरजी - पढ़ाई शुरू कर दो, पेपर आने वाले हैं 
मोनू- मैं तो खूब पढ़ाई करता हूं, कुछ भी पूछ लो 
मास्टरजी - बता ताजमहल किसने बनाया 
मोनू- मिस्त्री ने 
मास्टरजी - अबे गधे मतलब किसने बनवाया 
मोनू- ठेकेदार ने बनवाया होगा...

पार्टी में मॉर्डन लड़की से हंस-हंस कर
बातें कर रहे पति के पास पत्नी आई और बोली…..
चलिए, घर चल कर मैं आपकी चोट पर मरहम लगा दूंगी.
पति : पर मुझे चोट कहां लगी है??
पत्नी: अभी हम घर भी कहां पहुंचे हैं...???? 

सेल्समेन - सर कॉकरोच के  लिए पाउडर लेंगे क्या?
पप्पू - नहीं हम कॉकरोच को 
इतना लाड प्यार नहीं करते.
आज पाउडर लगा देंगे,
तो कल परफ्यूम मांगेगा.
सेल्समेन बेहोश

ऐसे ही मज़ेदार जोक्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 


>बहू - मां जी कल रात मेरा उनसे
झगड़ा हो गया.
सास - कोई बात नहीं! ये तो हर पति
पत्नी में होता रहता है. 
बहू - वो तो मुझे भी पता है, पर ये बताइए 
अब लाश का क्या करना है?

Advertisement

ताऊ अस्पताल गए इलाज करवाने
नर्स - लंबी सांस लो.
ताऊ ने लंबी सांस ली.
नर्स - कैसा महसूस हो रहा है?
ताऊ - कौण सा परफ्यूम 
लगा कर आई है
मजा आ गया...

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्‍कुल भी नहीं है.)

ये भी पढ़ें -

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement