
> मास्टर – बेटा कोई प्यार वाली शायरी सुनाओ.
छात्र – “मोटा मरता मोटी पे, भूखा मरता रोटी पे,
मास्टरजी की है दो बेटी और मै मरता हूँ छोटी पे!!!”
मास्टर जी बेहोश.
> कर्मचारी- सर बहुत बारिश हो रही है, क्या आज ऑफिस आना है ?
बॉस- खुद ही सोच लो किससे दिनभर बेइज्जती करानी है...मुझसे या पत्नी से?
कर्मचारी- ठीक है सर... मैं आ रहा हूं...
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> पत्नी- तुम्हें जरा भी तमीज नहीं...मैं घंटों से बोले जा रही हूं और तुम हो कि उबासी ले रहे हो...
पति- मैं उबासी नहीं ले रहा ,बोलने की कोशिश कर रहा हूं.
> दामाद- ससुर जी...आपकी बेटी में दिमाग नाम की चीज ही नहीं है.
ससुर- बेटा ,तुमने उसका हाथ मांगा था...दिमाग की कोई बात ही नहीं हुई थी...
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)