Advertisement

Latest Jokes: अंधा होकर भी आर्मी में क्यों भर्ती होना चाहता था मंटू, वजह जानकर खूब हंसेंगे आप

हंसने-मुस्कराने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. तनावमुक्त रहने से दिल की बीमारियों की संभावना भी कम होती है. इसीलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं जोक्स का पिटारा, जिन्हें पढ़कर आप अपनी हंसी कंट्रोल नहीं कर पाएंगे.

Jokes Jokes
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST

> पत्नी- कितनी देर से आपसे पूछ रहा हूं कि तुम्हारे लिए जीवन में सबसे बड़ी मुसीबत क्या है?
और तुम पता नहीं क्यों मुझे ही घूर रही हो,
पति- अरे! कुछ बोलो तो सही.

 

> स्‍टूडेंट से टीचर ने पूछा-  एक साल में कितनी रात्रि होती हैं?
स्‍टूडेंट- 10 रात्रि.
टीचर- 10 कैसे बताओ?
स्‍टूडेंट- 9 नवरात्रि और 1 शिवरात्रि.
टीचर की बोलती हो गई बंद!

Advertisement

 

> टीटू- अपने पड़ोसी दोस्त शौंटी से बोला- आज सुबह तुम्‍हारे कुत्ते ने मेरी किताब फाड़ दी.
शौंटी- मैं उसे अभी सजा देता हूं.
टीटू- रहने दे भाई, मैंने सजा दे दी है.
शौंटी- चौंकते हुए, कैसे?
टीटू- मैंने उसके कटोरे का दूध पी लिया!

 

> लड़का- लड़की को अपनी कार में बिठा कर ले जा रहा था-
लड़की- हम कहां जा रहे हैं?
लड़का- लॉन्ग ड्राइव पर
लड़की- वाओ, पहले क्यों नहीं बताया?
लड़का- मुझे खुद अभी पता चला 
लड़की- कैसे?
लड़का- ब्रेक नहीं लग रहे!

 

ऐसे ही जोक्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

> अंधा आदमी आर्मी में भर्ती होने गया
कर्नल-  तुम अंधे हो, तुम मेरे किस काम आओगे?
अंधा- अंधाधुंध फायरिंग के लिए!

 

> यमराज- तुम्हारा अंतिम दिन आ गया है चलो.
महिला- बस 2 मिनट रुकिए.
यमराज- क्यों?
महिला- बस फेसबुक पर पोस्ट डाल दूं- 'Travelling to yamlok'.

Advertisement

 

> टीचर (स्टूडेंट से) - आज तुमने देर से आने का क्या बहाना ढूंढा?
स्टूडेंट - मैडम आज मैं इतना तेज दौड़कर आया कि बहाना सोचने का मौका ही नहीं मिला.

 

> बेटा- एडमिशन फॉर्म में आईडेंटिफिकेशन मार्क क्या लिखूं?
मम्मी: हाथ में मोबाइल लिख दे.

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल भी नहीं है.)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement