
छत्तीसगढ़ नान घोटाला मामले में राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कभी किसी हाई कोर्ट के जज से मुलाकात नहीं की है. इसी के साथ सरकार ने पीडीएस घोटाले में उनकी संभावित संलिप्तता के बारे में केंद्र सरकार के एक शीर्ष कानून अधिकारी के दावे को खारिज कर दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को नागरिक अपूर्ति निगम (नान) या सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) घोटाले से संबंधित इस पीएमएलए मामले को राज्य के बाहर स्थानांतरित करने की मांग करने वाली ईडी याचिका पर सुनवाई की.
ईडी की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दावा किया था एनएएन घोटाले में कुछ आरोपियों को जमानत दिए जाने से दो दिन पहले एक न्यायाधीश ने सीएम से मुलाकात की थी. उन्होंने मुख्यमंत्री के एक कथित करीबी सहयोगी के व्हाट्सएप चैट के जरिए यह दावा किया था.
सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल कोर्ट को बताया कि मुख्यमंत्री कभी भी हाई कोर्ट के किसी न्यायाधीश से नहीं मिले. वहीं SG तुषार मेहता ने जवाब दिया कि मैंने केवल व्हाट्सएप चैट का जिक्र किया था. इसके बाद प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित, न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति एस. रवीन्द्र भट की पीठ ने समय की कमी के कारण ईडी की याचिका पर सुनवाई टाल दी है. अब इस मामले में सुनवाई 14 नवंबर होगी.