
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर निर्वाचन आयोग की टीम मुख्य निर्वाचन आयुक्त की अगुआई में रांची पहुंची. इस दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ दोनों आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू भी रहे.
रांची में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के सिलसिले में आयोग की टीम राजनीतिक दलों के नुमाइंदों, प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ अन्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक करेगी. सूत्रों के मुताबिक मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग 23-24 सितंबर को झारखंड में और 27-28 सितंबर को महाराष्ट्र में रहेगा.
बता दें कि पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा में एक साथ चुनाव हुए थे. लेकिन इस बार हरियाणा के साथ जम्मू-कश्मीर है, जबकि महाराष्ट्र के साथ झारखंड है. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 तक है. महाराष्ट्र विधानसभा 26 नवंबर तक कार्यरत रहेगी.
सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए इस बार निर्वाचन आयोग ने हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं कराने का फैसला किया है. इन दोनों राज्यों के चुनाव होते ही दिल्ली विधान सभा चुनाव की गहमा-गहमी शुरू हो जाएगी. दिल्ली विधान सभा 15 फरवरी 2025 तक है. यानी यहां दिसंबर मध्य से जनवरी के पहले हफ्ते में चुनावी कार्यक्रम का ऐलान हो जाएगा.